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समसामयिक घटनाचक्र Current Affairs January 2011

राजस्थान रणजी ट्राफी में पहली बार चैम्पियन

राजस्थान ने 16 जनवरी को रणजी ट्राफी सुपर लीग फाइनल में पहली पारी में मिली 33 रनों की बढ़त के आधार पर बड़ौदा को पछाड़ कर खिताब पर कब्जा जमाया और पहली बार चैम्पियन बना। अशोक मेनारिया (101) और रश्मि रंजन परिदा (89) की शानदार बल्लेबाजी तथा दीपक चाहर (15/3) की घातक गेंदबाजी की बदौलत राजस्थान क्रिकेट टीम ने 77 साल में पहली बार रणजी ट्राफी सुपर लीग खिताब जीतकर इतिहास रचा। परिदा को 'मैन ऑफ द मैच' के पुरस्कार से नवाजा गया. बड़ौदा के मोतीबाग स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में राजस्थान ने पहली पारी में मिली 33 रनों की बढ़त के आधार पर विजेता घोषित किया गया। इससे पूर्व राजस्थान आठ बार फाइनल में पहुँच चुका है तथा इस बार 37 वर्ष बाद प्लेट लीग से सुपरलीग का सफर तय कर फाइनल में पहुंचने में कामयाब रहा। राजस्थान द्वारा जीत के लिए रखे गए 375 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बड़ौदा की टीम मैच के अंतिम और पांचवें दिन शनिवार को चार विकेट के नुकसान पर 28 रन बना सकी। इसके बाद मैच को ड्रॉ घोषित कर दिया गया लेकिन पहली पारी में मिली बढ़त के आधार पर राजस्थान को विजेता की ट्रॉफी मिली। राजस्थान ने पहली पारी में 394 रन बनाए थे जबकि उसकी दूसरी पारी 341 रनों पर सिमट गई थी। बड़ौदा ने अपनी पहली पारी में 361 रन बनाए थे। राजस्थान के कप्तान ऋषिकेश कानिटकर थे।
विशेष : -

*- रणजी ट्रॉफी 1934 - 35 में प्रारंभ।

*- राजस्थान 77 वर्ष में प्रथम बार चैम्पियन बना।

*- क्वाटर फाइनल में 39 बार की चैम्पियन मुंबई को हराया।

*- राजस्थान रणजी ट्रॉफी में अब तक कुल 9 बार फाइनल में पहुँचा।

*- इससे पहले 1973-74 में फाइनल में पहुँचा था।

राजस्थान में बीएसएनएल का पहला कॉल सेंटर

राजस्थान के पहले बीएसएनएल वायर लैस सर्विसेज (मोबाइल सेवा) कॉल सेंटर अजमेर में जनवरी में स्थापित किया गया।

सरकारी स्तर पर राजस्थान की पहली मोबाइल ब्लड वैन

दिनांक 2 फरवरी को
चिकित्सा मंत्री एमादुद्दीन अहमद ने सरकारी स्तर पर राजस्थान की पहली मोबाइल ब्लड वैन का उद्घाटन किया, जिनमें से एक-एक वैन जयपुर व उदयपुर के बड़े सरकारी अस्पतालों को मिली। इस मोबाइल ब्लड वैन से स्वेच्छिक रक्तदान को बढ़ावा मिलेगा तथा रक्तदाता कहीं से भी ब्लड डोनेट कर सकेगा। केन्द्र सरकार के नेशनल एड्स कंट्रोल आर्गेनाइजेशन (नाको) की ओर से दी गई यह गाड़ी 200 किलोमीटर के दायरे में आ-जा सकेगी। एक करोड़ 35 लाख लागत की बस में सभी तरह की सुविधाएं हैं। ब्लड स्टोरेज के लिए चार फ्रीज, डॉनर की जांच सुविधा, अग्निशामक उपकरण एवं स्टाफ के बैठने आदि की सुविधा है।

देश का सबसे बड़ा जैन मंदिर

भीनमाल में सुमेरमल हंजारीमल लुंकड परिवार द्वारा निर्मित अपनी भव्यता के मामले में एशिया का पहला व देश का सबसे बड़ा जैन मंदिर ‘72 जिनालय’ बनकर तैयार हो गया है। श्रीलक्ष्मीवल्लभ पार्श्वनाथ भगवान की मूर्ति यहां मूलनायक के रूप में स्थापित है। इस जिनालय का निर्माण जैन धर्म के 72 तीर्थकरों के आधार पर कराया गया है। यह मंदिर वास्तुकला का अद्भुत संगम है। 99 एकड में फैला यह जैन तीर्थ अपने आप में बेजोड़ मंदिर है तथा परिसर में अतीत, अनागत व वर्तमान तीनों ही चौबीसी के तीर्थकरों की देवकूलिका, गणधर मंदिर, कुलदेवी मंदिर और नाकोड़ा भैरूजी, मणिभद्रजी सहित अन्य आठ मंदिरों का निर्माण भी किया गया है। इस मंदिर की विशेषता यह है कि यह सर्वतोभद्र श्रीयंत्र रेखा पर बनाया गया है जिसके दर्शन मात्र से लक्ष्मी की प्राप्ति होनी मानी जाती है। इसीलिए इसे लक्ष्मीवल्लभ तीर्थ नाम दिया गया है। इस तीर्थ की प्रतिष्ठा 14 फरवरी को होगी। महोत्सव 4 फरवरी से शुरू हो गया जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया। लगभग 16 साल के समय में पूर्ण हुए करीब एक सौ बीघा भूमि पर बने मंदिर का निर्माण एक ही परिवार सुमेरमल हंजारीमल लुंकड के श्री लक्ष्मीवल्लभ पारसनाथ ट्रस्ट की ओर से कराया गया है।

भरतपुर जिले का ब्रज महोत्सव

2 से 4 फरवरी तक भरतपुर में ब्रज महोत्सव का आयोजन पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन द्वारा किया गया। इसके आगाज में राजस्थानी व ब्रज गीतों की गूंजों के साथ लोहागढ़ किला से भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें झाँकियों के अलावा ढोल - नगाड़ों के साथ कालबेलिया नृत्य, रंग-बिरंगे परिधानों में खारी नृत्य, आदिवासी सहरिया नृत्य, चकरी नृत्य, ब्रज संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए बम्बवादन आदि के प्रदर्शन किए गए। शोभायात्रा कॉलेज ग्राउंड पहुंची जहां पर बम्ब वादन से कार्यक्रम की शुरूआत की गई। उसके बाद ब्रज की होली, सहरिया नृत्य, कच्छी घोड़ी, बहुरुपीय भोपा भोपी, बैल नृत्य, शहनाई वादन, अलगोजा वादन के कार्यक्रम किए गए।
3 फरवरी को दंगल कबड्डी प्रतियोगिता, देशी व विदेशियों के बीच रस्साकस्सी प्रतियोगिता, भरतपुर की लड़कियों व विदेशी पर्यटकों के बीच क्रिकेट मैच तथा केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में वाइल्ड लाइफ फिल्म शो का आयोजन किया गया।
4 फरवरी को कामां में गणेश पूजन के बाद शोभायात्रा निकाली गई। इसके बाद लटठ्मार होली का आयोजन हुआ तथा
रात को रामलीला ग्राउंड में राजस्थानी नृत्य व संगीत के पश्चात आतिशबाजी की गई। इसी दिन डीग में हुए आयोजन में यहाँ के जलमहलों में कलरफुल फव्वारे के साथ ब्रज नृत्य किया गया। साथ ही भरतपुर में रात को रासलीला का आयोजन किया गया।

राजस्थान पत्रिका सृजनात्मक साहित्य पुरस्कार
1. कहानी में डॉ. सत्यनारायण की कहानी 'अँगूठा' प्रथम व गौरव सोलंकी की 'कद्दूकस' कहानी द्वितीय
2. कविता में आर. चेतन क्रांति की कविता 'क्या' प्रथम व युवा कवि प्रभात का 'बालगीत' द्वितीय
इंडिया स्टोन मार्ट 2011
छठे इंडिया स्टोन मार्ट 2011 का आयोजन 20 से 23 जनवरी तक जयपुर में आयोजित हुआ।

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Baba Mohan Ram Mandir, Bhiwadi - बाबा मोहनराम मंदिर, भिवाड़ी साढ़े तीन सौ साल से आस्था का केंद्र हैं बाबा मोहनराम बाबा मोहनराम की तपोभूमि जिला अलवर में भिवाड़ी से 2 किलोमीटर दूर मिलकपुर गुर्जर गांव में है। बाबा मोहनराम का मंदिर गांव मिलकपुर के ''काली खोली''  में स्थित है। काली खोली वह जगह है जहां बाबा मोहन राम रहते हैं। मंदिर साल भर के दौरान, यात्रा के दौरान खुला रहता है। य ह पहाड़ी के शीर्ष पर स्थित है और 4-5 किमी की दूरी से देखा जा सकता है। खोली में बाबा मोहन राम के दर्शन के लिए आने वाली यात्रियों को आशीर्वाद देने के लिए हमेशा “अखण्ड ज्योति” जलती रहती है । मुख्य मेला साल में दो बार होली और रक्षाबंधन की दूज को भरता है। धूलंड़ी दोज के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा मोहन राम जी की ज्योत के दर्शन करने पहुंचते हैं। मेले में कई लोग मिलकपुर मंदिर से दंडौती लगाते हुए काली खोल मंदिर जाते हैं। श्रद्धालु मंदिर परिसर में स्थित एक पेड़ पर कलावा बांधकर मनौती मांगते हैं। इसके अलावा हर माह की दूज पर भी यह मेला भरता है, जिसमें बाबा की ज्योत के दर्शन करन

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