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Forts of Rajasthan and Its Founders--राजस्थान के प्रमुख किले एवं उनके निर्माणकर्ता---Important Rajasthan GK





1. बयाना का किला या बिजयगढ़ या विजयगढ़-
जादौन राजा बिजयसिंह

2. जोधपुर का किला या मेहरानगढ़ -
राव जोधा [ 1459 में ]

3. अचलगढ़ का किला माउंट आबू-
राणा कुंभा

4. भरतपुर का किला लोहागढ़ -
जाट राजा सूरजमल
[ 1733 में ]

5. कुंभलगढ़ का किला-
राणा कुंभा

6. मांडलगढ़ का किला-
चौहान शासक

7. नाहरगढ़ या सुदर्शनगढ़ [ जयपुर ] का किला-
सवाई जयसिंह

8. जैसलमेर का किला या सोनार का किला-
महारावल जैसलदेव

9. चित्तौड़गढ़ का किला-
चित्रांगद मौर्य

10. सिवाना का किला जिला बाड़मेर-
पँवार राजा वीर नारायण प्रथम

11. तारागढ़ का किला या गढ़बीठली या अजयमेरु दुर्ग अजमेर -
अजयपाल सिंह चौहान

12. बीकानेर का किला या जूनागढ़-
राजा रायसिंह राठौड़

13. गागरोण का किला ( झालावाड़ ) -
डोड राजा बीजलदेव
[ 12 वीं सदी ]

14. डीग का किला-
राजा सूरजमल

15. कोटा का किला-
माधोसिंह

16. तारागढ़ बूँदी का किला-
हाड़ा राजा बरसिंह
[ 14 वीं सदी में ]

17. जयगढ़ का किला
( आमेर ) - राजा सवाई जयसिंह द्वितीय

18. अकबर का किला या मैग्जीन या दौलतखाना अजमेर-
अकबर

19. आमेर का किला- कछवाहा राजा धोलाराय

20. नागौर का किला-
पृथ्वीराज चौहान के पिता सोमेश्वर





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Baba Mohan Ram Mandir, Bhiwadi - बाबा मोहनराम मंदिर, भिवाड़ी साढ़े तीन सौ साल से आस्था का केंद्र हैं बाबा मोहनराम बाबा मोहनराम की तपोभूमि जिला अलवर में भिवाड़ी से 2 किलोमीटर दूर मिलकपुर गुर्जर गांव में है। बाबा मोहनराम का मंदिर गांव मिलकपुर के ''काली खोली''  में स्थित है। काली खोली वह जगह है जहां बाबा मोहन राम रहते हैं। मंदिर साल भर के दौरान, यात्रा के दौरान खुला रहता है। य ह पहाड़ी के शीर्ष पर स्थित है और 4-5 किमी की दूरी से देखा जा सकता है। खोली में बाबा मोहन राम के दर्शन के लिए आने वाली यात्रियों को आशीर्वाद देने के लिए हमेशा “अखण्ड ज्योति” जलती रहती है । मुख्य मेला साल में दो बार होली और रक्षाबंधन की दूज को भरता है। धूलंड़ी दोज के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा मोहन राम जी की ज्योत के दर्शन करने पहुंचते हैं। मेले में कई लोग मिलकपुर मंदिर से दंडौती लगाते हुए काली खोल मंदिर जाते हैं। श्रद्धालु मंदिर परिसर में स्थित एक पेड़ पर कलावा बांधकर मनौती मांगते हैं। इसके अलावा हर माह की दूज पर भी यह मेला भरता है, जिसमें बाबा की ज्योत के दर्शन करन

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